x
B S D M A

हमारा बिहार राज्य बहु-आपदा प्रवण राज्य है। फलतः हमारे गाँव, पंचायतों, प्रखण्ड एवं जिलो मे विभिन्न तरह की आपदाएँ आती रहती हैं। आपदाओं से हमारे समुदाय को ही सबसे पहले निबटना पड़ता है, किसी भी सरकारी मशीनरी और सहायता के पहुचने से पहले या बाहर से मदद मिलने से पहले आपदा या आपात स्थिति में समुदाय को तुरंत प्रतिक्रिया देनी होती है। चूकि समुदाय पहले उत्तरदाता की भूमिका निभाता है इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि समुदाय स्तर पर विशेष रूप से जिले के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बीच पर्याप्त जागरूकता और तैयारी हो। सरकार के पदाधिकारी तो सूचना मिलने पर ही मदद के लिए पहुँचते हैं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि समुदाय के रूप मे हम अपने गाँव, पंचायत, प्रखंड एवं जिले में आने वाली आपदाओं की जानकारी हासिल करें तथा आपदाओं के जोखिम को कम करने तथा उनके प्रबंधन हेतु स्वयं को तैयार करें। पंचायतों में कुछ नौजवान आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन हेतु जरूरी ज्ञान और हुनर सीख ले तो वे अपने गाँव, पंचायत, प्रखंड एवं जिले को आपदाओं से सुरक्षित रख सकते हैं। इस उद्देश्य हेतु प्रशिक्षण के माध्यम से बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण राज्य के नौजवानों/नवयुवतियों को प्रशिक्षित कर आपदाओ के प्रत्युत्तर हेतु तैयार कर रहा है ताकि आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करने में वे अपने समुदाय के मददगार हो सकें। जिसका उद्देश्य है अपने गाँव, पंचायत, प्रखंड एवं जिला स्तर पर विभिन्न आपदाओं की प्रवणता की जानकारी हासिल करना एवं उन आपदाओं के जोखिम-न्यूनीकरण तथा प्रबंधन मे समुदाय की सहायता करने हेतु स्वयं को तैयार करना है इस उद्देश्य से राज्य के 02 जिलों सुपौल एवं सीतामढी में कुल 400 स्वयं सेवकों को वर्ष 2018-19 में एवं 24 जिलों (पटना, वैशाली, मुजफ्फरपुर, खगडिया, कटिहार, अररिया, पूर्णिया, मधुबनी, किशनगंज, दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, प. चम्पारण, गोपालगंज, सिवान, नालंदा, बांका, जमुई, लखिसराय, शिवहर, सहरसा, मधेपुरा, मुंगेर, भागलपुर एवं सम्स्तीपुर) के कुल 9182 स्वयं सेवकों को वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 में 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षित किया गया है।

 

View Document

BSDMA Mp3