जीविका दीदियों को “आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन” विषय पर प्रशिक्षित किये जाने हेतु तीन दिवसीय राज्य स्तरीय “मास्टर ट्रेनर्स” का प्रशिक्षण कार्यक्रम ।
बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहाँ विभिन्न तरह की आपदाएँ सालों भर अलग-अलग समय पर आती रहती हैं। बिहार का एक बडा भू-भाग भूकम्प, बाढ़, सुखाड़, चक्रवाती तूफान, आग, वज्रपात, शीत लहर एवं लू जैसी प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित होता रहा है। आपदाओं में जान-माल की भारी क्षति की संभावनायें बनी रहती है। इनको समझने, इनसे जुड़े जोखिमों अर्थात खतरों को जानने एवं इनसे होने वाले नुकसान से जहां तक हो सके बचने या कम करने की आवश्यकता है। बिहार राज्य में जीविका दीदियों की संख्या एक करोड़ दस लाख है। सभी जीविका दीदियों को “आपदा जोखिम न्यूनीकरण एवं प्रबंधन” विषय पर प्रशिक्षित किए जाने हेतु चार प्रकार के प्रशिक्षण माॅड्यूल यथा प्राकृतिक आपदाएँ, मानव जनित आपदाएँ, स्वास्थ्य संबंधी आपदाएँ एवं सामाजिक आपदाएँ तैयार किया गया है। इस सभी प्रशिक्षण माॅड्यूल पर जीविका दीदियों को प्रशिक्षण दिया जाना है। इन दीदियों को प्रशिक्षित किए जाने हेतु तीन दिवसीय राज्य स्तरीय “मास्टर ट्रेनर्स” का प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रथम माॅड्यूल ‘‘प्राकृतिक आपदाएं‘‘ विषय पर दिनांक 10-12 अगस्त 2021 से राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान, पटना में आरंभ किया गया। इन प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर्स के माध्यम से जीविका दीदियों को जागरूक करने का लक्ष्य है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त जीविका दीदियों की सूची ।